रबी की फसल की बुआई शुरु हो चुकी और रासायनिक उर्वरकों की कीमत में बढ़ोतरी होनी शुरु हो चुकी हैं क्योंकि रबी की फसल के दौरान रासायनिक खाद अधिक मात्रा में चाहिए होती तो इस समय इनके दाम आसमान छूने लगते हैं। व्यापारी जो कीमत सरकार ने निर्धारित की होती है। व्यापारी उसको दोगुनी कीमत पर बेचते हैं और किसानों को मजबूरी में उसी कीमत पर खरीदना पड़ता है।
साथ ही दोगुनी कीमतों के अलावा किसानों को रासायनिक उर्वरक समय पर उपलब्ध नहीं करायी जाती हैं उसमें भी किसोनों को देने में देरी की जाती है किसानों को यह कहकर वापस भेज दिया जाता है कि गोदामों में रासायनिक उर्वरक उपलब्ध नहीं है।
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इस मौसम में यूरिया की कीमतों में बढ़ोतरी होती है और व्यापारी इसकी कीमतों में भी दोगुनी कीमतों पर बेचते हैं जो यूरिया 300 की कीमत का होता है उसे यह 400 की कीमत पर बेचते हैं।
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