पौड़ी जिले में गुलदार का आतंक चरम पर है. मंगलवार को गुलदार ने दो लोगों पर हमला कर दिया. गुलदार के पहले हमले में 10 साल की बच्ची घायल हुई है. गुलदार के दूसरे हमले में एक किसान घायल हुआ है.
पौड़ी : जिला मुख्यालय पौड़ी में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है , बीती देर रात गुलदार ने पौड़ी रेंज के अंतर्गत दो जगह पर हमला किया। पहले हमले में एक बालिका गंभीर रूप से घायल हुई है। दूसरे हमले में एक व्यक्ति को गुलदार ने गंभीर रूप से घायल कर दिया। राहत की बात यह है कि इन दोनों ही हमलों में दोनों की जान बच गई।
गुलदार कभी शहर के पास ही 3-3 गुलदार खुलेआम दिखाई दे रहे हैं, तो कभी गुलदार घर में ही घुस कर लोगों पर हमला कर रहे हैं। गढ़वाल वन विभाग की पौड़ी रेंज नागदेव के अंतर्गत मंगलवार देर शाम गुलदार ने 2 लोगों को घायल कर दिया। गनीमत रही कि इन हमलों में उनकी जान बच गई। वहीं वन विभाग द्वारा घायलों का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। साथ ही विभाग द्वारा उन्हें फौरी राहत राशि भी मुहैया कराई गई है।
पौड़ी रेंज के रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि पौड़ी शहर के वार्ड नंबर 11 में डोली के समीप गुलदार ने एक बालिका पर हमला कर उसे घायल कर दिया। बालिका अपने घर के आंगन के पास ही गेट पर कुत्ते को लेकर घूम रही थी, तभी घात लगाए गुलदार ने उस पर झपटा मार दिया। घर के अन्य लोगों के शोर मचाने के बाद गुलदारा भाग गया, लेकिन इस हमले में 10 साल की आरुषि पुत्री रविंद्र सिंह के चेहरे पर गहरे जख्म बन गए हैं।
वही रेंज के अंतर्गत ल्वाली क्षेत्र के ग्राम संभाग में 40 वर्षीय विक्रम लाल घर के आंगन में बने बेड़े में अपनी बकरियों को बांध रहे थे, तभी गुलदार ने उन पर झपट्टा मार दिया। गुलदार का में हमला इतना जोरदार था कि विक्रम लाल इस झटके में एक किनारे गिर गए, जिससे उसकी बाईं आंख पर निशान पड़ गया। इसके बाद गुलदार ने उनके गले और चेहरे पर पंजों से वार किया, लेकिन अन्य लोगों का हल्ला करने पर गुलदार जंगल की तरफ भाग गया, जिससे विक्रम लाल की जान बच गई।
सूचना पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने उन्हें समय रहते जिला अस्पताल पहुंचाया। रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि दोनों लोगों को फौरी सहायता राशि प्रदान कर दी गई है। साथ ही दोनों जगहों पर गश्ती दल भी तैनात कर दिए गए हैं। जरूरत पड़ी तो वहां पर पिंजरे भी लगाए जाएंगे।