उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले है जिसे देख राजनीतिक दलों द्वारा चुनावी शंखनाद की पूरी तैयारी की जा रही है, इसी कड़ी में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देख मुख्य निर्वाचन चुनाव आयोग ने भी चुनाव को लेकर किसी भी प्रकार की रैली करने पर प्रतिबंध लगा रखा है और यह प्रतिबंध 31 जनवरी तक अनिवार्य किया गया है। अब सभी राजनीतिक दलों की नजर 31 जनवरी की मुख्य निर्वाचन चुनाव आयोग की बैठक पर टिकी है।
दरअसल मुख्य निर्वाचन चुनाव आयोग की कोरोना संक्रमण को लेकर 31 जनवरी को बैठक सुनिश्चित होनी है, जिसके बाद मुख्य आयोग चुनावी राज्यों की कोरोना संक्रमण को लेकर समीक्षा करेगा। चुनावी राज्यों में कोरोना संक्रमण का जायजा लेकर आयोग 31 जनवरी के बाद चुनावी रैलियों या प्रचार- प्रसार संबंधी आयोजनों पर छूट दे सकता है।
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आयोग द्वारा छूट दिए जाने पर चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक दल बीजेपी उत्तराखंड में प्रचार- प्रसार को लेकर धूम मचा सकता है। चुनाव आयोग से छूट मिली तो उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में सभाओं को संबोधित कर सकते है। राजनीतिक पार्टी की नजर अब 31 जनवरी को होने वाली केंद्रीय चुनाव आयोग की बैठक पर टिकी हुई है।
सिमरन बिंजोला