चंपावत सर्किल में कोरोनारोधी वैक्सीन खत्म होने से बच्चे लौटे वापस

उत्तराखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने 15 से 18 वर्ष की आयु वाले बच्चों को कोरोनारोधी वैक्सीन लगाने का फैसला ले लिया था जिसके चलते एक जनवरी से बच्चों को कोरोनारोधी वैक्सीन लगना शुरु हो चुका है। बच्चों का वैक्सीनेशन ज्यादातर स्कूल स्तर पर किया जा रहा है।

इसी बीच आज चंपावत जिले में कोरोनारोधी वैक्सीन खत्म होने के कारण टीकाकरण करने आए बच्चों को देर तक इंतजार करने के बाद वापस बिना टीकाकरण के घर लौटना पड़ा। अधिकत्तर स्कूलों में सुबह के समय कुछ देर तक वैक्सीनेशन किया गया लेकिन कुछ देर बाद वैक्सीन खत्म होने के कारण टीकाकरण को बंद कर दिया गया।

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वैक्सीनेशन प्रभारी डॉ. मनीष बिष्ट के अनुसार आज सुबह के समय कुछ वैक्सीन पर्याप्त थी जो सुबह आए बच्चों को लगा दी गई है लेकिन एक डेढ़ घंटे बाद वैक्सीन के खत्म होने पर जीआइसी, जीजीआइसी, विकेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज तथा यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल में टीकाकरण के लिए आए ज्यादात्तर बच्चे बिना वैक्सीन लगाए ही लौट गए। एसीएमओ डॉ. इंद्रजीत पांडेय ने कहा कि दूरस्त सेशन साइट के कोल्ड स्टोरेज में अभी भी चार हजार वैक्सीन के डोज उपलब्ध है लेकिन उनके लाने में देरी के कारण आज बच्चों के टीकाकरण को रोका गया है। जल्द ही डोज उपलब्ध होने पर टीकाकरण शुरु कर दिया जाएगा।

सिमरन बिंजोला

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