उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया है। धामी ने अपने पास 21 मंत्रालय रखे हैं और उनके पास 24 विभाग हैं। परिषद विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
सूची के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अपने पास आबकारी, ऊर्जा, पेयजल, श्रम, गृह, राजस्व, कार्मिक, राज्य संपत्ति, नियोजन, सूचना, न्याय, आपदा प्रबंधन, नगारिक उड्डयन समेत 21 मंत्रालय अपने पास रखे हैं। पिछले कार्यकाल में उनके पास 12 मंत्रालय थे। वह कुल 24 विभागों को देखेंगे। वहीं, वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के मंत्रालय में भी कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। महाराज को लोनिवि, सिंचाई, पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, जलागम प्रबंधन को बरकरार रखते हुए पंचायती राज व ग्रामीण निर्माण नए मंत्रालय दिए गए हैं।
प्रत्येक मंत्री के हिस्से में न्यूनतम चार विभाग आए। मुख्यमंत्री धामी ने विभागों के बंटवारे में अनुभव और वरिष्ठता को भी वरीयता दी। मंत्रियों को विभागों के बंटवारे को लेकर असमंजस भी रहा। विभाग आवंटन के लिए जारी की गई सूची को एक घंटे बाद रोक लिया गया। फिर देर रात्रि मुख्य सचिव डा एसएस संधु की ओर से विधिवत अधिसूचना के साथ सूची जारी की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
युवा मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था, कार्मिकों के मसले समेत कई महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखे हैं । मुख्यमंत्री के पास कार्मिक एवं सतर्कता, राज्य संपत्ति, सूचना, गृह, राजस्व, औद्योगिक विकास एवं खनन, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, ऊर्जा, आयुष एवं आयुष शिक्षा, आबकारी, न्याय, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास और नागरिक उड्डयन समेत 23 विभाग हैं।
सतपाल महाराज
आध्यात्मिक जगत की महत्वपूर्ण हस्ती भी हैं। उनके पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, सिंचाई व लघु सिंचाई, लोक निर्माण जैसे पुराने विभाग बरकरार रखे गए हैं। पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण देकर उनका वजन बढ़ाया गया है।
प्रेमचंद अग्रवाल
मंत्रिमंडल में नए शामिल अग्रवाल पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें वित्त, शहरी विकास, आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन व जनगणना विभाग सौंपे गए हैं।
गणेश जोशी: पूर्व सैनिक रहे गणेश जोशी पिछली सरकार में औद्योगिक विकास व एमएसएमई जैसे विभाग संभाल रहे थे। सैनिक कल्याण विभाग बरकरार रखते हुए कृषि एवं कृषि शिक्षा व ग्राम्य विकास उन्हें दिए गए हैं।
डॉ धन सिंह रावत
डॉ रावत को विद्यालयी शिक्षा (प्राथमिक व माध्यमिक), संस्कृत शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग आवंटित किए गए हैं। इनसे आपदा प्रबंधन विभाग हटाया गया है, जबकि प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा अतिरिक्त दिया गया है। डा रावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को दूसरी बार हराया।
उनियाल: उनियाल को इस बार वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा विभाग दिए गए हैं। पिछली सरकार में कृषि, उद्यान एवं संबंधित विभागों को बखूबी संभाल चुके सुबोध के इस बार सभी विभाग बदल दिए गए हैं।
रेखा आर्य
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग बरकरार रखते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, खेल एवं युवा कल्याण जैसे नए विभाग सौंपे गए हैं। रेखा अनुसूचित जाति से आती हैं और अल्मोड़ा जिले की रहने वाली हैं।
चंदन राम दास: पहली बार मंत्री बने चंदन राम दास को समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, परिवहन, लघु एवं सूक्ष्म, मध्यम उद्यम जैसे वजनदार विभागों का जिम्मा दिया गया। वह अनुसूचित जाति से आते हैं।
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सौरभ बहुगुणा
युवा मंत्री सौरभ पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र हैं। किसान बहुल जिले ऊधमसिंह नगर की सितारगंज सीट से जीते सौरभ को गन्ना व चीनी विकास के साथ पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, प्रोटोकाल और कौशल विकास व सेवायोजन विभाग मिले हैं।