देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला मंगलवार को श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ शुरू होगा। इसके लिए श्री गुरु रामराय दरबार साहिब में मेले की तैयारियां चल रही हैं। शनिवार को सुबह नए ध्वजदंड को संगत द्वारा गाजे बाजे के साथ एसजीआरआर बाम्बेबाग से दरबार साहिब तक लाया गया।
उसके बाद संगतों ने नए ध्वजदंड को कंधों पर उठाकर जयकारों के साथ श्री दरबार साहिब पहुंचाया. जहां पर श्रद्धालुओं ने ध्वजदंड के पहुंचते ही ढोल नगाड़ों की थाप पर नृत्य कियाय झंडा मेले के लिए नए ध्वजदंड का निर्माण पिछले 4 महीने से कारीगर कर रहे थे. यह ध्वजदंड साल की लकड़ी का है।
झंडा मेला के लिए पहुंची संगतों को श्री दरबार साहिब में श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने दर्शन दिए और उनको आशीर्वाद दिया. बताया कि दो वर्षों से कोरोनाकाल के कारण झंडा मेला का आयोजन बहुत सूक्ष्म किया गया था, तो वहीं इस वर्ष 90 फीट लंबे झंडा जी का आरोहण के साथ ही विधिवत रूप से 22 मार्च को ऐतिहासिक झंडा मेला का शुभारंभ हो जाएगा.
झंडा मेला आयोजन समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि दरबार साहिब प्रबंधन की ओर से संगतों की ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है. श्री गुरुराम राय बिंदाल स्कूल, राजा रोड, भंडारीबाग सहित पटेल नगर और देहरादून के विभिन्न धर्मशालाओं में संगतों का रुकने का इंतजाम किया गया है. साथ ही एक दर्जन ज्यादा छोटे-बड़े लंगरों की व्यवस्था है. सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए मेला थाना और मेला अस्पताल बनाए गए हैं।
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गिलाफ सिलवाई की प्रक्रिया शुरू
इस बार नए ध्वजदंड पर गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया और पूजा के बाद शाम तीन से चार बजे के बीच झंडेजी का आरोहण किया जाएगा। दरबार साहिब परिसर में गिलाफ सिलवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।