श्रमिक परिवारों से साथ सीएम आवास में मना इगास पर्व
सिलक्यारा हादसे की वजह से स्थगित किया गया था भव्य आयोजन
सियासी गलियारों में चर्चा में दिल्ली में मनाया गया ये पर्व
देहरादून। सिलक्यार सुरंग में फंसे मजदूरों की वजह से सीएम आवास में मनाया जाने वाला इगास का भव्य पर्व स्थगित कर दिया गया था। अब जब श्रमिक बाहर आ चुके हैं तो सीएम धामी ने उनके परिजनों के साथ अपने सरकारी आवास में इगास का पर्व मनाया। एक तरफ सीएम ने आपदा की वजह से भव्य आयोजन स्थगित कर दिया था तो उसी रोज दिल्ली में एक भाजपा नेता के आवास पर हुआ भव्य आयोजन खासी चर्चा में है।
संस्कृति विभाग ने इगास पर्व पर सीएम आवास में एक भव्य आयोजन किया था। तमाम अखबारों में ही सूचना देकर आम लोगों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन इसी बीच सीएम धामी सिलक्यारा में फंसे मजदूरों को बचाने की मुहिम में मौके पर चले गए। ऐसे में सीएम आवास में होने वाले भव्य आयोजन को लगभग स्थगित सा कर दिया गया था। चंद लोगों के बीच इस पर्व की महज औपचारिकता की गई थी।
दूसरी ओर उसी इगास पर्व पर दिल्ली में एक भाजपा नेता के सरकारी आवास पर भव्य आयोजन किया गया। इतना ही नहीं सोशल मीडिया में उस आयोजन की फोटोस और खबरें वायरल की गई। बताया गया कि कितने बड़े-बड़े नेताओं ने उनके आवास पर इगास पर्व मनाया। ये नेताजी को शायद ये भूल गए थे कि 41 मजदूर उस पर्व पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। इसकी इन नेताओं को कोई परवाह नहीं थी और जश्न में मशगूल रहे।
- अब जबकि 41 मजदूर मौत से मुंह से वापस आकर खुले आकाश में सांस ले रहे हैं तो सीएम धामी ने आज इगास का पर्व मनाने का फैसला किया। सीएम आवास में हो रहे भव्य आयोजन में श्रमिकों के परिवारों को भी बुलाया गया है। सीएम धामी ने साबित किया है कि उनके लिए सबसे पहले आम अवाम है। त्योहार तो बाद में भी मनाया जा सकता है। इससे उन नेताओं को सबक लेनी चाहिए जो इगास के नाम पर सियासी ताकत दिखाने की कोशिश करते हैं।

