राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) प्रक्रिया में शामिल न होने और मिली धनराशि को समय पर खर्च न करने पर वित्तीय वर्ष 2021-22 की एक करोड़ की धनराशि को समर्पित किया गया है। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित 13 कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि अपर सचिव प्रशांत आर्य ने उच्च शिक्षा निदेशक को दिए निर्देश में कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में नैक प्रत्यायन कराने को धनराशि मंजूर की गई, पर विभागीय उदासीनता से इस धनराशि को समय से खर्च नहीं किया गया, जिससे एक करोड़ की धनराशि समर्पित की गई है।
तो वही विभागीय अधिकारियों ने कहा कि धनराशि मंजूर होने के बावजूद 13 महाविद्यालय नैक प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए। उनकी ओर से अब तक उपयोगिता प्रमाण पत्र भी नहीं दिया गया है।शासन की ओर से यह भी कहा गया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक वित्तीय स्वीकृति के प्रस्ताव शासन को प्रस्तुत न करने के कारणों को भी स्पष्ट करते हुए तत्काल प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराए जाएं।