रोहित शर्मा, जिन्हें कुछ महीने पहले भारत का सीमित ओवर का कप्तान चुना गया था वो अब टेस्ट प्रारूप में भी पूर्णकालिक कप्तान के रूप में नामित किए गए हैं।
34 वर्षीय रोहित की नियुक्ति विराट कोहली के जनवरी में दक्षिण अफ्रीका से भारत की टेस्ट सीरीज हारने के बाद पद से हटने के फैसले के बाद हुई है. जीत के साथ सीरीज शुरू करने के बावजूद, भारत प्रोटियाज के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से हार गया
श्रीलंका के खिलाफ 1 मार्च से शुरू होने वाली दो मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज को पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान के रूप में रोहित का पहला असाइनमेंट माना जा रहा है. वो पिछले कुछ वर्षों से टेस्ट टीम का एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गए हैं और शीर्ष क्रम में भी मुख्य आधार बन गए हैं.
भले ही भारत के पास केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत जैसे अन्य युवा विकल्प टेस्ट कप्तानी के लिए विचार करने के लिए थे लेकिन चयनकर्ताओं ने स्टॉप-गैप विकल्प के रूप में रोहित के अनुभव के साथ जाने का फैसला किया है।
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रोहित ने अब तक 43 टेस्ट मैचों में 46.87 की औसत से 3047 रन बनाए हैं. इनमें से लगभग 50 प्रतिशत रन तब से आए हैं जब उन्होंने पारी की शुरुआत की थी, वो भी 58.48 के बेहतर औसत से. टेस्ट में उनके नाम पहले से ही आठ शतक और 14 अर्द्धशतक हैं, और आने वाले समय में ये संख्या और बढ़ने की उम्मीद है.