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हरिद्वार में अभी तक थी 308 ग्राम पंचायतें, अब बची 307

हरिद्वार जिले में पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया फिर रूक गई है। सोमवार में जिला प्रशासन को पंचायतों के आरक्षण की अनंतिम सूची जारी करनी थी। परंतु, इसी बीच सुल्तानपुर को नगर पंचायत बनाने के शासनादेश के बाद डीएम ने चुनावी प्रक्रिया रोक दी है। अब पूरे जिले में पंचायतों का परिसीमन नए सिरे से होगा।

हरिद्वार जिले में कुल 308 ग्राम पंचायत हैं। मार्च 2021 में इन सभी पंचायतों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। इनके अलावा जिले में लक्सर, खानपुर, रुड़की, भहादराबाद, नारसन व भगवानपुर विकासखंड में 6 क्षेत्र पंचायत समिति तथा जिले में जिला पंचायत का कार्यकाल भी इसी के साथ समाप्त हो गया था। फिलहाल पंचायतों का काम प्रशासक देख रहे हैं। विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद से जिला प्रशासन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी में था।

पंचायतों के परिसीमन के बाद अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन पहले ही कर दिया गया था। अब सोमवार चार अप्रैल में जिले से पंचायतों के आरक्षण की अनंतिम सूची जारी की जानी थी। इस पर आई आपत्तियों की सुनवाई कर अंतिम सूची प्रकाशित होने के बाद सीधे चुनाव की अधिसूचना जारी होनी थी।

इसे देखते हुए देहात में चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग भी तैयारी में जुट गए थे। लेकिन इसी दौरान सरकार ने लक्सर विकासखंड की सुल्तानपुर ग्राम सभा को नगर पंचायत बनाने का शासनादेश जारी कर दिया।

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अपने पिछले कार्यकाल के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सुल्तानपुर की जजनसभा में इसकी घोषणा की थी। इस आदेश के बाद सुल्तानपुर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया से बाहर हो गया है। इसे देखते हुए डीएम हरिद्वार विनय शंकर पांडेय ने पंचायतों की आरक्षण की अनंतिम सूची जारी करने पर रोक लगा दी है। अब प्रशासन को पूरे जिले में त्रिस्तरीय पंचायतों का नया परिसीमन करना होगा। प्रक्रिया पर रोक से पंचायत चुनाव अब दो से तीन महीने पीछे हट गए हैं।

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