उत्तर प्रदेश, पंजाब व उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच विश्व हिंदू परिषद ने चुनाव आयोग से चुनावों में जातिवाद पर लगाम लगाने की मांग की है विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि जिस तरह आयोग ने धनबल के साथ सांप्रदायिक बयानों पर रोक लगाई है उसी प्रकार वह जातिवादी बयानों को रोके।
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विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि इससे न सिर्फ चुनाव में क्षेत्र के समग्र विकास के मुद्दे हाशिर पर चले जाते हैं बल्कि इससे राजनीति में भ्रष्टाचार और अपराधीकरण को भी बढ़ावा मिलता है यही नहीं जातिवादी सियासत के माध्यम से समाज में जहर भी घोला जा रहा है इसका सबसे बुरा असर हिंदू समाज पर पड़ा है वोट बैंक के लिए हिंदू समाज को जातियों में बटवारे से वैमन्यस्य बढ़ रहा है।
चुनावों को विकास आधारित बनाने की जरुरत
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि देश में विघटनकारी और देशद्रोही शक्तियों को बल मिल रहा है अंतरराष्ट्रीय शक्तियां भी देश को कमजोर करने के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है इसके चलते मतांतरण की साजिश भी बढ़ी है विनोद बंसल ने कहा कि इस पर रोक लगाने से काफी हद तक चुनावों को विकास आधारित बनाया जा सकेगा।
आरती राणा