दिल्ली के इंडिया गेट पर हमेशा शहीदों के सम्मान नें जलने वाली अमर जवान ज्योति को आज नए बने राष्ट्रीय युध्द स्मारक में रखा जाएगा 50 साल बाद ऐसा होगा जब अमर जवान ज्योति इंडिया गेट से अलग की जाएगी यह जानकारी आज रक्षा मंत्री की ओर ट्वीट के माध्यम से दी गई थी रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि अमर जवान ज्योति को वॉर मेमोरियल में शिफ्ट किया जाएगा हालांकि केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर मिली जुली राय है एक पूर्व सैन्य अफसर ने नाम उजागर ने करने की शर्त पर कहा कि यह अपमान करने जैसा है अमर जवान ज्योति की देश के नागरिकों के दिलों में एक ही जगह रही है
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पूर्व नेवी चीफ एडमिरल अरुण प्रकाश में कहा कि इस कदम मे कुछ भी गलत नहीं है। एडमिरल अरुण प्रकाश ने यह भी कहा कि पहले विश्व युध्द और उससे पहले शहीद हुए ब्रिटिश भारतीय सेना के 84000 सैनिकों के सम्मान में अंग्रेजों ने इंडिया गेट बनवाया था इसके बाद यहां अमर जवान ज्योति 1971 के युध्द में शहीद सैनिकों के स्मरण में रखवाई गई थी यह एक अस्थायी व्यवस्था थी लेकिन अब हमारे पास अलग से राष्ट्रीय युध्द स्मारक है ऐसे में यह ठीक होगा कि अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युध्द स्मारक में रखा जाए सरकार के फैसले ने राजनीतिक रगं भी ले लिया है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस फैसले को शहीदों का अपमान करार दिया है।
आरती राणा