देहरादून: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए गाजियाबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है। गाजियाबाद शहर के इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन में हाउसिंग फाइनेंस करने वाली देश की जानी-मानी कंपनी इंडिया बुल (India Bulls) समेत कई कंपनियों के 18 निदेशकों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
इन सभी के खिलाफ गाजियाबाद के मशहूर शिप्रा समूह ने एफआईआर दर्ज करवाई है। शिप्रा समूह का आरोप है कि इन कंपनियों के निदेशकों ने मिलकर उनके साथ करीब 6,000 करोड रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। अमित वालिया ने आकर बताया, “हमारी 6 संपत्तियों की कीमत करीब 6000 करोड ऊपर थी। इंडिया बुल्स की शुरुआत से ही नीयत ठीक नहीं थी। यह सारे लोग हमारी संपत्ति कब्जाने की नियत से शुरू से ही जालसाजी और धोखाधड़ी कर रहे थे। हमें अवैध रूप से डिफॉल्टर दिखाकर हमारी 6000 करोड़ रुपए की कीमती संपत्तियों को अवैध रूप से हड़पने की साजिश रच रहे थे।
गाजियाबाद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के आदेश पर पुलिस ने 18 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, जान से मारने की धमकी देने, अवैध रूप से घुसपैठ करने, मारपीट करने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और भरोसा तोड़ने जैसे संगीन आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है। खास बात यह है कि आरोपियों में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा भी शामिल हैं।
इन पर एफआईआर…1. समीर गहलोत, इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन
2. गगन बंगा, इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस के वाइस चेयरमैन एमडी
3. अश्विनी ओम प्रकाश कुमार हुड्डा, इंडिया बुल्स फाइनेंस हाउसिंग लिमिटेड
4. राजीव गांधी, इंडिया बुल्स फाइनेंस हाउसिंग लिमिटेड
5. जितेश मोर, इंडिया बुल्स फाइनेंस हाउसिंग लिमिटेड
6. राकेश भगत, इंडिया बुल्स फाइनेंस हाउसिंग लिमिटेड
7. आशीष जैन, इंडिया बुल्स फाइनेंस हाउसिंग लिमिटेड
8. साकेत बहुगुणा, इंडिया बुल्स फाइनेंस हाउसिंग लिमिटेड
9. रूप कुमार बंसल एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
10. बसंत बंसल, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
11. पंकज बंसल, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
12. विवेक सिंघल, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
13. अनीता ठाकुर, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
14. सुनील कुमार जैन, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
15. मनोज डायरेक्टर
16. रविंद्र सिंह
17. अजय शर्मा
18. रशेष चंद्रकांत शाह, एडलवाइज ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन दर्ज हुई।
इन धाराओं के तहत ……1. आईपीसी 420, 2. आईपीसी 467, 3. आईपीसी 468, 4. आईपीसी 471, 5. आईपीसी 120बी, 6. आईपीसी 323, 7. आईपीसी 504, 8. आईपीसी 506 मुकदमा दर्ज किया गया।
शिप्रा समूह का आरोप है कि इन कंपनियों के निदेशकों ने मिलकर उनके साथ करीब 6,000 करोड रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।
जनिये क्या है मामला..?
गाजियाबाद के इंदिरापुरम वैभव खंड में शिप्रा मॉल के निवासी अमित वालिया की ओर से यह मुकदमा दर्ज करवाया गया है। अमित वालिया ने गाजियाबाद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में शिकायत दी।