यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने अपनी मुहिम तेज कर दी है। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने भारतीयों को वापस लाने के लिए वायुसेना को निर्देश दिए हैं। आज वायुसेना के कई सी-17 विमान को भी लगाया जाएगा। ये विमान भारत से यूक्रेन राहत सामग्री भी लेकर जाएंगे। यूक्रेन से अब तक 2016 भारतीय वापस लौट चुके हैं. आज भी कई भारतीय छात्रों की वतन वापसी होने वाली है।
बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आज छठा दिन है. दोनों देशों के बीच युद्ध 24 फरवरी को शुरू हुआ था. यूक्रेन में हालात अब भी खराब हैं. तनाव के बीच दोनों देशों के बीच बातचीत भी शुरू हो चुकी है। सोमवार को बेलारूस की सीमा पर रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता हुई, हालांकि बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला। ऑपरेशन गंगा की बात करें तो यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए इसे शुरू किया गया. केंद्र सरकार ने 26 फरवरी को इसकी शुरुआत की।
आज सुबह एयर इंडिया की सातवीं फ्लाइट 182 भारतीय नागरिकों को लेकर रोमानिया के बुखारेस्ट से मुंबई पहुंची। एयर इंडिया के विमान IX1202 मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंची जहां इन भारतीय नागरिकों का केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने स्वागत किया।
बीते दिन बुडापेस्ट से छठी फ्लाइट 240 भारतीय नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंची थी, जिसकी जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बुडापेस्ट से छठी ऑपरेशन गंगा उड़ान 240 भारतीय नागरिकों की दिल्ली वापसी।
सरकार ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में चार केंद्रीय मंत्रियों को भेजने का निर्णय लिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिराधित्य सिंधिया, किरण रिजिजू वीके सिंह और हरदीप सिंह पुरी को भारतीयों की मदद की जिम्मेदारी दी गई है। ज्योतिराधित्य सिंधिया रोमानिया और मोलदोवा, किरण रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और जनरल (रि) वीके सिंह पोलैंड जाएंगे।