
startइंडिगो एयरलाइन के कर्मचारियों ने शनिवार को एक दिव्यांग बच्चे को रांची हवाईअड्डे पर विमान में चढ़ने से रोक दिया। इंडिगो ने इसका कारण बताया कि बच्चा विमान में यात्रा करने से डर रहा था। विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार सुबह कहा, “इस तरह के बर्ताव हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसी भी व्यक्ति को इस तरह के हालात से नहीं गुजरना चाहिए।
startअधिकारियों ने बताया कि लड़के को शनिवार को एयरलाइन की रांची-हैदराबाद उड़ान में चढ़ने से रोक दिया गया था। जिसके बाद उसके माता-पिता ने भी विमान की यात्रा नहीं करने का फैसला किया।कंपनी ने कहा कि हमें यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद है। इंडिगो एक समावेशी संगठन होने पर गर्व करता है, चाहे वह कर्मचारियों के लिए हो या उसके ग्राहकों के लिए, और 75,000 से अधिक विकलांग यात्री हर महीने इंडिगो के साथ उड़ान भरते हैं।
startमैं इस मामले की जांच खुद कर रहा हूं, जिसके बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।”इस घटना के सामने आने के बाद जहां विमान नियामक डीजीसीए ने मामले में जांच शुरू कर दी है। डीजीसीए ने भी इसे लेकर एक रिपोर्ट एयरलाइन से जमा करने को कहा है। डीजीसीए के अधिकारियों ने बीते दिन इसकी जानकारी दी।
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startडीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने बताया कि नियामक ने इस मामले में इंडिगो से रिपोर्ट मांगी है। उन्होने कहा है इसकी जांच चल रही हैं। इस मामले में कंपनी पर कारेवाई होगी। ग्राउंड स्टाफ ने आखिरी मिनट तक उनके शांत होने का इंतजार किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद एयरलाईस कि तरफ से उनको होटल में रहने कि सुवीधा दि गई। अगली सुबह अपने घर लिए उड़ान भरी।