उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पूर्व हरक सिंह रावत को भाजपा पार्टी ने पद के साथ पार्टी से भी निष्काषित कर दिया, इसके बाद हरक सिंह रावत की अब कांग्रेस में शामिल होने की खबर सामने आ रही है, लेकिन चार दिन पहले भाजपा से निष्काषित हो चुके हरक सिंह रावत अब तक कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाए। हरक सिंह रावत के चाहने वाले तो हरक सिंह की कांग्रेस में वापसी के लिए पूरी तरह एकजुट हो रखे है, लेकिन वहीं हरक सिंह रावत के विरोध में उतरे विधायकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बीजेपी से निष्काषित हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, धारचूला विधायक हरीश धामी आदि विरोध में खड़े हो रखे है। इन विधायकों द्वारा हरक सिंह रावत को पार्टी में वापस लेने को लेकर कड़ा विरोध किया जा रहा है।
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उपनेता प्रतिपक्ष व रानीखेत विधायक करन सिंह माहरा का मिजाज थोड़ा नरम है। करन सिंह माहरा द्वारा कहा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की शर्त थी कि हरक सिंह रावत 2016 की घटना को लेकर माफी मांगें, जिसको लेकर इंटरनेट पर वायरल कई वीडियो में हरक सिंह ने माफी मांग दी है। माहरा ने आगे कहा कि अगर हरक सिंह का पार्टी में आना हितकर हो तो हाईकमान को इस पर विचार करना चाहिए।
सिमरन बिंजोला