राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दो दिवसीय मप्र प्रवास के लिए जबलपुर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी मध्यप्रदेश की यह पहली आधिकारिक यात्रा है।
जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में शहडोल में मध्यप्रदेश में पेसा कानून की नियमावली को जारी किया। इसके साथ ही मध्यप्रदेश यह कानून लागू करने वाला सातवां राज्य बन गया है। शहडोल में राष्ट्रगान के साथ जनजातीय गौरव दिवस समारोह शुरू हुआ। मध्यप्रदेश की मंत्री मीना सिंह ने स्वागत भाषण से शुरुआत की। इसके बाद सहरिया जनजाति का नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इसके बाद पेसा कानून की नियमावली को सार्वजनिक कर राष्ट्रपति ने उसके मध्यप्रदेश में लागू होने की घोषणा की। नियमावली को जनजातीय समुदाय को समर्पित किया गया। कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते और अर्जुन मुंडा ने भी संबोधित किया।
बता दें कि मध्यप्रदेश देश का सातवां राज्य है, जहां पेसा अधिनियम लागू किया गया है। इससे पहले छह राज्यों 1- हिमाचल प्रदेश, 2- आंध्र प्रदेश , 3- तेलंगाना, 4- राजस्थान, 5- गुजरात, 6-महाराष्ट्र ने पेसा कानून बनाए हैं। पेसा एक्ट का संबंध मध्यप्रदेश से ही ज्यादा रहा है। मध्यप्रदेश के झाबुआ से सांसद रहे दिलीप सिंह भूरिया की अध्यक्षता में बना गई समिति की अनुशंसा पर यह कानून बनाया गया था।तो वही 24 दिसंबर 1996 को पेसा कानून देश में लागू हुआ था।
Governor of Madhya Pradesh, Shri Mangubhai Patel, Chief Minister, Shri Shivraj Singh Chouhan and Union Tribal Affairs Minister, Shri Arjun Munda received President Droupadi Murmu on her arrival at Jabalpur. pic.twitter.com/gsVg7WkNeG
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022