हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दूसरी बार सत्ता संभालने से पहले प्रतिष्ठित कामाख्या मंदिर में अपनी पहली यात्रा की, सोमवार को मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने ईवीएम को लेकर कांग्रेस द्वारा लागाए जा रहे आरोपों पर भी पलटवार किया है। कांग्रेस पर वार करते हुए नायब सिंह सैनी ने कहा कि उनकी परंपरा रही है कि जब उन्हें कोई सफलता नहीं मिलती है तो वे ईवीएम पर सवाल उठाते हैं। लेकिन हरियाणा में पीएम मोदी की नीतियों की जीत हुई है, कांग्रेस का झूठ हार गया है।
नायब सिंह सैनी ने आगे कहा कि देश में मोदी की गारंटी काम कर रही है और प्रदेश को मोदी की गारंटी पर भरोसा है और हमारा भारत पिछले 10 वर्षों में तेजी से आगे बढ़ा है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा बहुत लोकप्रिय नेता हैं और वह असम के विकास के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। असम के लोगों के लिए वह जो काम कर रहे हैं, उसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं। इससे पहले कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतगणना के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में विसंगतियों का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग को शुक्रवार को और भी शिकायतें सौंपी था।
आयोग को 20 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस उम्मीदवारों ने दी अपनी लिखित शिकायतों में आरोप लगाया है कि आठ अक्टूबर को हुई मतगणना के दौरान कुछ ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थीं। निर्वाचन आयोग को ये शिकायतें हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद दी गई हैं। कांग्रेस ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम ‘अप्रत्याशित’ हैं और कुछ सीट पर ईवीएम में विसंगितयों का आरोप लगाया है।
कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि नौ अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने निर्वाचन आयोग को शिकायतें सौंपी थीं। आज, हमने एक अद्यतन ज्ञापन दिया है, जिसमें हरियाणा के 20 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया में गंभीर और स्पष्ट अनियमितताओं को रेखांकित किया गया है।’’ उन्होंने आयोग को दिये गए ज्ञापन को साझा करते हुए कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आयोग इस पर संज्ञान लेगा और उपयुक्त निर्देश जारी करेगा। आयोग को दिये पार्टी के ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘हम आपसे अनुरोध करते हैं कि संलग्न शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाए और सुनिश्चित करें कि इन निर्वाचन क्षेत्रों की सभी ईवीएम को तुरंत सील कर दिया जाए। यह भी अनुरोध है कि हमारी शिकायतों पर विस्तृत जांच शुरू की जाए और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।