पार्टी चिह्न के लिए एकनाथ शिंदे खेमे ने चुनाव आयोग को बताई अपनी पसंद।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ ने अपने पंसद के तीन चुनाव चिह्नों की लिस्ट मंगलवार 11 अक्टूबर को निर्वाचन आयोग को सौंपी। बता दे की आयोग ने चुनाव चिह्न के लिए पार्टी द्वारा शुरुआत में सौंपी गई सूची को खारिज कर दिया था। अब ऐसे में अब शिंदे गुट ने दोबारा चिन्ह की सूची सौंप दी है। इसमें ‘पीपल का पेड़, तलवार और सूरज के तौर पर विकल्प शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को शिवसेना के दोनों खेमों उद्धव ठाकरे के नेतृव वाले धड़े और शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को तीन नवंबर को अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया था।दोनों ही गुटों के बीच पार्टी के नाम को लेकर विवाद चल रहा है।
EC ने पहले वाले नामों को किया खारिज
आयोग ने सोमवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े को ‘मशाल’ चुनाव चिह्न आवंटित किया था. उसने ठाकरे गुट के लिए पार्टी के नाम के रूप में ‘शिवसेना – उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ नाम आवंटित किया।
जबकि
एकनाथ शिंदे के गुट को ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ बालासाहेब की शिवसेना नाम दिग गया, लेकिन शिंदे खेमे के चुनाव चिह्न के रूप में ‘त्रिशूल’, ‘गदा’ और ‘उगते सूरज’ को खारिज कर दिया था ।
शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत करते हुए दावा किया था कि उनके पास शिवसेना के 55 में 40 विधायकों और 18 लोकसभा सदस्यों में से 12 का समर्थन प्राप्त है। उद्धव के इस्तीफे के बाद शिंदे ने बीजेपी की मदद से सरकार बनाते हुए सीएम पद की शपथ ली थी।