यूक्रेन पर हमले के बाद पूरी दुनिया में हाहाकार मच गया है. यूक्रेन की हालत बद से बदतर होती जा रही है. आम लोगों में भय का इस कदर माहौल है कि लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर मेट्रो के नीचे या अंडरग्राउंड जगहों में छुपते जा रहे हैं. हजारों लोग देश छोड़कर पड़ौसी देशों का रुख कर रहे हैं. इस बीच यूक्रेन में रूसी (Russia) हमले के बाद कई देशों ने मास्को पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं।
दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने इसके लिए क्रेमलिन (Kremlin) पर दबाव बनाने की कोशिश के तहत ये प्रतिबंध लगाए हैं. आइए जानते हैं कि रूस पर विश्व ने क्या-क्या प्रतिबंध लगाए हैं और इसका कितना असर पड़ने वाला है।
ब्रिटेन –
ब्रिटेन सरकार ने भी शुक्रवार को पुतिन और लावरोव की सभी संपत्तियों को फ्रीज करने और अपने हवाई क्षेत्र रूसी अरबपतियों के जेट विमानों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. पुतिन और लावरोव के अलावा कई लोगों की ब्रिटेन में संपत्ति और बैंक अकाउंट को फ्रीज करने का भी आदेश दिया गया है. इससे पहले भी ब्रिटेन ने रूस बैंक वीटीबी और रक्षा निर्माता कंपनी रोस्टेक की संपत्ति को फ्रीज कर चुका है.
कनाडा –
कनाडा ने पुतिन और लावरोव पर प्रतिबंध के अलावा रूस को स्विफ्ट पैमेंट सिस्टम से बाहर कर दिया है. इससे रूस को व्यापार करने में दिक्कत होगी. कनाडा ने रूस को मदद करने वाले बेलारूस पर भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. कनाडा ने रूस के करीब 60 प्रभावशाली व्यक्तियों और बैंकों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं.
अमेरिका –
शुक्रवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंधों का ऐलान कर दिया. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रतिबंधों की घोषणा की. इनपर अमेरिका में ट्रैवल बैन रहेगा. इसके बाद बाइडेन ने रूस के चार बैंकों पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसके तहत रूस का तकनीकी आयात बाधित हो सकता है. इससे रूसी अरबपतियों पर असर पड़ेगा. रूस की बड़ी ऊर्ज कंपनी गजप्रोम सहित 12 कंपनियों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिया।
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इन प्रतिबंधों से इन कंपनियों को पश्चिम के बाजार से पूंजी जुटाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. रूस को निर्यात होने वाले रक्षा और एयरोनॉटिक्स उपकरणों पर भी प्रतिबंध लगाया गया. इसके अलावा रूस को मदद करने के कारण बेलारूस कई व्यक्तियों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.