होमस्टे में चैत्र मास के अवसर पर लोक-संस्कृति व खुशी का प्रतीक बालपर्व फूलदेई त्यौहार को छोटे छोटे नौनिहालों के साथ धूमधाम से मनाया गया
रिपोर्टर : हरीश चंद्र – खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉग से आपको बता दें कि आजकल चैत्र मास के अवसर पर लोक-संस्कृति व खुशी का प्रतीक बालपर्व फूलदेई त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है
वहीं हिमालयन ग्रामीण विकास संस्थान के संस्थापक डाक्टर कैलाश पुष्पवान द्वारा अपने होमस्टे में बालपर्व फूलदेई त्यौहार धूमधाम से मनाया गया जिसमें क्षेत्र के अगल अलग गांवों से घोगा देवता के साथ आए छोटे छोटे नौनिहालों ने भी इस फूलदेई पर्व को मनाया
वही डाक्टर कैलाश पुष्पवान ने बताया कि चैत्र मास में फूलदई त्यौहार को क्षेत्र के अलग अलग गांवों के छोटे छोटे नौनिहालों द्वारा यह त्यौहार मनाया जाता है जो कि एक खुशी का विषय है पुष्पवान ने कहा कि इस प्रकार के त्यौहारों से क्षेत्र में युवाओं में भाई चारा बढता है और गांव में एकता दिखाई देती है
जिससे हर एक युवा अपने साथियों से मिलते हैं कही नये दोस्त बन जाते हैं वहीं कैलाश पुष्पवान ने कहा कि आज इस बालपर्व और फूलदई त्यौहार को हमने अपने गांव किमाणा में स्थित होमस्टे में गांव व अलग अलग गांवों से आये छोटे छोटे नौनिहालों के साथ यह त्यौहार धूमधाम से मनाया जिसमें हमने अपनी लोक-संस्कृति की परम्परा को मनाते हुए इस फूलदई त्यौहार को मनाने में क्षेत्र के अगल अलग गांवों से आये छोटे छोटे नौनिहालों को पुरी छोले व केला खिलाया गया
साथ ही होमस्टे के जरिए सभी नौनिहालों को गढ़वाली भोजन भी खिलाया गया वहीं ढोल दमाऊ की मधुर आवाज़ में सभी छोटे छोटे नौनिहालों व घोगा माता के साथ यह त्यौहार धूमधाम से मनाया गया जिसमें गांव की मात्रशक्ति यानी कि महिला व बुजुर्ग भी इस फुलदेई त्यौहार में शामिल थे