
DEHRADUN NEWS : थानों के लेखक गांव में स्पर्श हिमालय महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन तीन दिवसीय स्पर्श हिमालय महोत्सव का समापन हो गया है। समापन सत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने हिमालय की परंपराओं, संस्कृति और प्रकृति के संरक्षण की दिशा में आयोजित इस आयोजन को सराहनीय बताया। कार्यक्रम के तीसरे दिन योग, नाड़ी विज्ञान और हिमालय की चिकित्सा पद्धतियों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए, जिनमें विशेषज्ञों ने शरीर और प्रकृति के गहरे संबंधों पर विस्तार से चर्चा की।
हिमालय केवल भौगोलिक धरोहर नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक
योगाचार्यों ने बताया कि कैसे प्राचीन भारतीय विज्ञान न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलित करता है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “हिमालय केवल भौगोलिक धरोहर नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है। ऐसे आयोजन हमारी संस्कृति और वैज्ञानिक परंपराओं को विश्व स्तर पर पहचान दिलाते हैं। आयोजन समिति ने अगले वर्ष महोत्सव को और व्यापक रूप में मनाने की घोषणा की।
सिमरन बिंजोला








