
DEHRADUN NEWS : सर्दियों के मौसम में धुंध और धूल के कारण बढ़ने वाले प्रदूषण पर काबू पाने के लिए अब तकनीकी का सहारा लिया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस बार नई पहल के तहत ड्रोन से पानी का छिड़काव करने की योजना तैयार की है। बोर्ड का कहना है कि यह उपाय खासकर औद्योगिक क्षेत्रों, निर्माण स्थलों और घनी आबादी वाले इलाकों में धूल कणों को नियंत्रित करने में मदद करेगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, हर साल ठंड बढ़ने के साथ ही हवा की गुणवत्ता बिगड़ जाती है। कई इलाकों में पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों का स्तर खतरे के निशान को पार कर जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए पारंपरिक तरीकों से अधिक प्रभावी और तेज़ विकल्प के रूप में ड्रोन तकनीक को शामिल किया गया है।
ड्रोन के माध्यम से पानी का छिड़काव करने में कृषि विभाग का लिया जाएगा सहयोग
ड्रोन के माध्यम से पानी का छिड़काव न केवल धूल को बैठाने में मदद करेगा, बल्कि यह उन जगहों तक भी पहुंच सकेगा जहां मैन्युअल छिड़काव कठिन होता है। ड्रोन के माध्यम से पानी का छिड़काव करने में कृषि विभाग का सहयोग लिया जाएगा, तो वहीं शुरुआती चरण में यह योजना राजधानी देहरादून और प्रमुख औद्योगिक शहरों में लागू की जाएगी। इसके सफल होने के बाद इसे हल्द्वानी, रुद्रपुर, काशीपुर और हरिद्वार समेत अन्य शहरों में यह प्रयास किया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि इस पहल के साथ ही निर्माण कार्यों पर निगरानी, सड़कों की नियमित सफाई और वाहन उत्सर्जन जांच पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। तो वहीं इस बार लक्ष्य रखा गया है कि सर्दियों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानि AQI को पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर स्तर पर रखा जा सके।
सिमरन बिंजोला








