
Ramnagar News : रामनगर में झोलाछाप डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर और आसपास के इलाकों में अभियान चलाते हुए दो झोलाछाप डॉक्टरों और एक पैथोलॉजी लैब पर छापेमारी की, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर ये क्लीनिक इतने दिनों तक खुले कैसे रहे? और कार्रवाई सिर्फ तब ही क्यों होती है जब शिकायत सामने आती है?
एडवोकेट ने दर्ज करवायी थी शिकायत
बताया जा रहा है कि ऊधम सिंह नगर के जसपुर इलाके के रहने वाले एडवोकेट सरफराज हुसैन द्वारा मोहल्ला खताड़ी क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिस पर यह कार्रवाई की गई। विभाग की टीम के पहुंचने की भनक लगते ही कई झोलाछाप डॉक्टर अपनी क्लीनिक बंद कर मौके से फरार हो गए। टीम ने जब मौके पर पहुंचकर क्लीनिक का ताला तोड़ा तो अंदर भारी मात्रा में अवैध दवाइयों का भंडारण मिला। जिसमें आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और एलोपैथिक सभी तरह की दवाएं शामिल थीं।
वैध दस्तावेज या प्रपत्र नहीं मिले
इसके साथ ही वहां किसी भी प्रकार के वैध दस्तावेज या प्रपत्र नहीं मिले। इतना ही नहीं, इसी इलाके में एक अन्य क्लीनिक और एक पैथोलॉजी लैब में भी भारी अनियमितताएं पाई गईं। डिप्टी सीएमओ डॉ. श्वेता भंडारी ने बताया कि तीनों स्थानों को मौके पर सील कर दिया गया है, और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि —अगर शिकायत न आती तो क्या ये झोलाछाप डॉक्टर ऐसे ही लोगों की जिंदगी से खेलते रहते?
स्वास्थ्य विभाग ने शुरु किया अभियान
या फिर हमेशा की तरह सिर्फ शिकायत आने के बाद ही कार्रवाई की परंपरा निभाई गई है? फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है।








