बागेश्वर जिले में खड़ी होली के साथ ही महिला होली की भी धूम मची है। नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक महिलाएं टोली बनाकर होली गायन कर रही हैं। स्वांग रचाकर महिलाएं जहां होलियों में रंग भर रही हैं वहीं पुरुष भी स्वांग होलियो का जमकर उठा रहे है लुफ्त। वही बैठकी होली भी राग और फाग के साथ गाई जा रही है।
कुमांउ में पूरा माहौल होली के रंग से सराबोर होने लग गया है। बागेश्वर में भी इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में खड़ी होली का गायन शुरू हो गया है। होल्यार घर-घर जाकर खड़ी होली के बोल मुखरित कर रहे हैं। एक ओर गांवों में जहां खड़ी होली अपने शबाब पर है वहीं महिलाएं और पुरुष भी स्वांग रचाकर होलियों में रंग भर रहे हैं। पुंगरघाटी के अनेरिया से लेकर नारी हरु मंदिर तक होली की धूम मची है।
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यहां 13 गांवों के होल्यार देव मंदिरों में होली गायन के बाद गांव-गांव पहुंच रहे हैं। वही मन्युडा से लेकर पूरी कत्यूर घाटी होली के स्वांग अंदाज को आज भी जिंदा किए हुए है। राग, फाग और रंग के पर्व होली की मस्ती अब परवान चढ़ने लगी है। बैठकी होली गायन में भक्ति के साथ ही श्रृंगार रस देखने को मिल रहा है। भगवान बागनाथ के धाम में पूजा-अर्चना के बाद होली की चीर बांधने के बाद मंदिर परिसर में होल्यारों ने होली गायन किया। लोग गांवों में आंगन-आंगन जाकर ढोल की थाप, मंजीरे की झनकार के बीच होली गीतों का गायन कर रहे हैं।