
DEHRADUN : उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पवित्र हेमकुंड साहिब में मौसम का पहला हिमपात होने के बाद चारों ओर बर्फ की चादर बिछ गई है। बर्फबारी के बाद पूरा धाम बेहद मनमोहक और श्रद्धामय दृश्य प्रस्तुत कर रहा है। श्रद्धालु इस दुर्लभ नजारे को अपने कैमरों में कैद करने में जुटे हैं।
10 अक्टूबर को बंद होंगे कपाट
गुरु गोविंद सिंह जी को समर्पित यह पवित्र स्थल समुद्रतल से करीब 15,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। हर वर्ष की तरह इस बार भी सर्दियों की शुरुआत के साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट कल यानि 10 अक्टूबर को विधि-विधान के साथ बंद किए जाएंगे।
अगले वर्ष मई-जून में फिर खुलेंगे दरवाजे
गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अनुसार, मौसम लगातार ठंडा होता जा रहा है और रास्तों पर बर्फ जमने लगी है, इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए कपाट बंद किए जा रहे हैं। इसके बाद अगले वर्ष मई-जून में कपाट पुनः खोले जाएंगे।
श्रद्धालुओं ने कहा – बर्फ से ढका हेमकुंड किसी स्वर्ग से कम नहीं
बर्फबारी के बाद आसपास की घांघरिया घाटी, फूलों की घाटी और झील का इलाका भी बेहद रमणीय दिख रहा है। स्थानीय लोग और श्रद्धालु इसे “स्वर्ग जैसा दृश्य” बता रहे हैं।
हेमकुंड झील पर बर्फ की हल्की परत जमी
धाम से लौट रहे यात्रियों ने बताया कि हेमकुंड झील पर बर्फ की हल्की परत जम गई है और चारों ओर सन्नाटा व शांति का माहौल है। बर्फ के बीच गूंजती “जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल” की आवाज वातावरण को और अधिक आध्यात्मिक बना रही है।
सिमरन बिंजोला








