राज्यपाल बने शिक्षक, स्कूल में अध्यापक बनकर बच्चों को पढ़ाया, ग्राम पंचायत झाझरा में चौपाल लगाकर सुनी लोगों की समस्याएं
राज्यपाल ने झाझरा ग्राम पंचायत का किया भ्रमण
ग्राम पंचायत झाझरा में चौपाल लगाकर सुनी लोगों की समस्याएं
विभिन्न विकास योजनाओं का किया स्थलीय निरीक्षण
स्कूल में अध्यापक बनकर बच्चों को पढ़ाया
महिला स्वयं सहायता समूह आर्थिक क्रांति लाने में सक्षम- राज्यपाल
आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बेहद श्रद्धा से कार्य कर रही है उनका हौसला बढ़ाया जाना आवश्यक- राज्यपाल
देहरादून : राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को सहसपुर ब्लॉक के ग्राम झाझरा का भ्रमण कर संचालित योजनाओं का निरीक्षण किया। राज्यपाल ने इस दौरान झाझरा ग्राम में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र, स्कूल और विभिन्न विभागीय योजनाओं का भी निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत झाझरा राज्यपाल द्वारा गोद लिया गया ग्राम है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय, झाझरा का निरीक्षण
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) अपने भ्रमण के दौरान उच्च प्राथमिक विद्यालय, झाझरा पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों के साथ संवाद किया। इस दौरान राज्यपाल ने एक अध्यापक बनकर बच्चों को पढ़ाया। उन्होंने बच्चों का हौसला अफजाई करते हुए उन्हें जीवन में ऊंचा लक्ष्य रखने के लिए प्रेरित किया।।
उन्होंने बच्चों से कहा कि बच्चे हमेशा बड़ा सपना देखें और एक संकल्प लेते हुए उसे पूर्ण करें। उन्होंने बच्चों से हमेशा कड़ी मेहनत करने को कहा। इस दौरान राज्यपाल ने बच्चों से उनकी जिज्ञासाओं और उनके लक्ष्य के बारे में पूछा और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आंगनबाड़ी केंद्र एवं स्वास्थ्य उपकेंद्र, झाझरा का निरीक्षण
राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्र झाझरा पहुंचकर छोटे-छोटे बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने आंगनबाड़ी सुपरवाइजर से केंद्र की जानकारी ली। स्वास्थ्य उपकेंद्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्र की जानकारी और वहां बच्चों के टीकाकरण सहित अन्य व्यवस्थाओं और सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली। राज्यपाल ने कहा कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बेहद श्रद्धा और परिश्रम से कार्य कर रही हैं और उनके कार्यों से वे हमेशा बेहद प्रभावित रहते हैं। इस दौरान अवगत कराया गया कि उन्हें बेहद कम मानदेय मिलता है जिस पर राज्यपाल ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
महिला स्वयं सहायता समूह से मुलाकात एवं उनके स्टॉलों का निरीक्षण
राज्यपाल ने अपने भ्रमण के दौरान झाझरा स्थित ‘‘आनंद वन’’ में लगाए गए महिला स्वयं सहायता समूह के स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों की जानकारी ली और बनाए गए उत्पादों की सराहना की। बालाजी कलस्टर के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाए गए स्टॉलों में राज्यपाल ने प्रत्येक समूह द्वारा बनाए गए उत्पादों की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद सचमुच में विश्व स्तरीय हैं। स्वयं सहायता समूह के इन उत्पादों की ब्रांडिंग एवं अच्छी पैकेजिंग की जानी जरूरी है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने महिलाओं से कहा कि उत्पादों की ऑनलाइन मार्केटिंग पर फोकस किया जाय। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाएं अपने आप में बेहद सशक्त और काबिल हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के बलबूते उत्तराखण्ड में एक आर्थिक क्रांति अवश्य आएगी।
ग्राम पंचायत झाझरा में चौपाल लगाकर सुनी समस्याएं
राज्यपाल ने अपने भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत झाझरा में लोगों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी और उनका हर संभव निराकरण करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि झाझरा ग्राम पंचायत उनके द्वारा गोद लिया गया ग्राम है। इस ग्राम की कोई भी समस्या या सुझाव हो तो ग्राम प्रधान राजभवन में भी आकर अपनी समस्या बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर होने वाला विकास बेहद महत्वपूर्ण है इसके लिए जनप्रतिनिधियों व ग्रामवासियों को जागरूक होने की जरूरत है।
इस दौरान ग्रामीणों द्वारा बरसात में जलभराव की समस्या से राज्यपाल को अवगत कराया गया जिस पर उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से उक्त समस्या के निराकरण हेतु योजना तैयार करने के निर्देश दिए। वहीं ग्रामीणों की खेती को बंदरों व आवारा जानवरों द्वारा नष्ट किए जाने की समस्या पर भी राज्यपाल ने एक ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके अलावा ग्रामीणों ने झाझरा में हाईस्कूल और इंटर कॉलेज की मांग भी राज्यपाल के समक्ष रखी। उन्होंने उक्त सुझावों के लिए उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
झाझरा में जल जीवन मिशन की योजनाओं एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों का निरीक्षण
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने अपने भ्रमण के दौरान झाझरा पेयजल योजना का भी निरीक्षण किया। उत्तराखण्ड पेयजल निगम देहरादून द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत बनायी जा रही इस योजना की उन्होंने विस्तृत जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की। जिसमें बताया गया कि 273.91 लाख से इस योजना का निर्माण हो रहा है। 350 किलो लीटर क्षमता इस योजना से 648 परिवार लाभान्वित होंगे। राज्यपाल ने जल्द से जल्द इस पेयजल योजना को निर्माण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
इस दौरान राज्यपाल ने झाझरा में टोंस नदी के तट पर स्थित बाढ़ सुरक्षा कार्य का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग द्वारा बनायी गयी 1100 सौ मीटर लंबे बाढ़ सुरक्षा कार्य का निरीक्षण करते हुए उन्होंने सुरक्षात्मक कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा दीवार से पानी से होने वाले कटाव को रोकने में मदद मिलेगी और इसके निकट स्थित जलवायु टावर, आवासीय सोसाइटी एनडीआरएफ कैंप एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के भवनों की सुरक्षा हो होगी।
इस अवसर पर उन्होंने टोंस नदी के तट पर पौधरोपण भी किया। भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने झाझरा स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भूमिहीन परिवारों के लिए बनाए गए आवासों में रह रहे लोगों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों से उनकी समस्याओं की जानकारी भी ली। उन्होंने मेरा गांव, मेरी सड़क योजना के तहत बने मोटर मार्ग का भी निरीक्षण किया। भ्रमण में मुख्य विकास अधिकारी देहरादून झरना कमठान सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।