नए साल पर नई पहल प्रधान मंत्री मोदी 27 जनवरी को भारत मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की पहली बैठक की मेजबानी करेंगे यह बैठक वर्चुअल के जरिए होगी जिसमें कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति हिस्सा लेंगे यह बैठक एक नई और बड़ी शुरुआत है जिसके जरिए दूसरे देश के नेताओं से मजबूत सवांद स्थापित होगा विदेश मंत्रालय के अनुसार नेताओं के स्तर पर भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच यह पहली बार होगा जब इस तरह की एकजुट बैठक आयोजित की जा रही है।
इस ग्रैंड अंतराष्ट्रीय वर्चुअल बैठक को लेकर विदेश मंत्रालय ने पहले के एक बयान में कहा पहला भारत मध्य एशिया सम्मेलन मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के बढ़ते जुड़ाव को दर्शाता है जो भारत के विस्तारित पड़ोस का हिस्सा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी ने 2015 में सभी मध्य एशियाई देशों की ऐतिहासिक यात्रा की थी इसके बाद द्वीपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर उच्च स्तरीय आदान प्रदान हुआ।
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विदेश मंत्रियों के स्तर पर भारत मध्य एशिया की होगी बातचीत
पीएम द्वारा जिस भारत मध्य एशिया की ग्रैंज वर्चुएल मीटिंग 27 जनवरी को पहली बार होने जा रही है उसकी शुरुआत विदेश मंत्रियों के स्तर पर पहले भी की जा चुकी हैं विदेश मंत्रियों द्वारा इसकी तीसरी बैठक 18 से 20 दिसंबर 2021 तक दिल्ली में हुई थी जिसने भारत मध्य एशिया संबंधों को गति प्रदान की है।
आरती राणा