
Diwali festival : देशभर में दीपावली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया, लेकिन इसके अगले ही दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में तेजी से गिरावट दर्ज की गई। दीवाली की रात जली आतिशबाजियों और पटाखों के धुएं ने हवा को जहरीला बना दिया है। दिल्ली, लखनऊ, पटना,कानपुर, और जयपुर जैसे शहरों में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है। पर्यावरण विभाग के अनुसार, पटाखों से निकले सूक्ष्म कण (PM2.5 और PM10) की मात्रा सामान्य से कई गुना बढ़ गई है। राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह AQI 480 के पार पहुंच गया, जो ‘गंभीर और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक’ श्रेणी में आता है। वहीं, लखनऊ में AQI 410 और पटना में 395 दर्ज किया गया।
ग्रीन पटाखे’ या दीयों से त्योहार मनाने की परंपरा को दें बढ़ावा
डॉक्टरों ने लोगों को सुबह की सैर और बाहरी गतिविधियों से बचने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि प्रदूषण के कारण सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि वे आने वाले दिनों में पटाखों का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करें और ‘ग्रीन पटाखे’ या दीयों से त्योहार मनाने की परंपरा को बढ़ावा दें। साथ ही, सड़कों पर पानी का छिड़काव और सफाई अभियान भी शुरू कर दिए गए हैं ताकि प्रदूषण के स्तर को जल्द नियंत्रित किया जा सके।
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सिमरन बिंजोला








