
Karwa Chauth : देशभर में महिलाएं कल करवा चौथ का व्रत रखेंगी। सुहागिन महिलाओं के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं, और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोलती हैं। इस बार करवा चौथ का पर्व शुभ योग में मनाया जा रहा है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
शुभ योग और तिथि
इस बार करवा चौथ 10 अक्टूबर यानि शुक्रवार को मनाया जाएगा। चतुर्थी तिथि की शुरुआत 9 अक्टूबर को रात 9:45 बजे होगी और यह 10 अक्टूबर को रात 7:28 बजे तक रहेगी। मान्यता के अनुसार, व्रत और पूजा 10 अक्टूबर को करना शुभ रहेगा। इस दिन शिव योग और सिद्ध योग का संयोग बन रहा है, जो व्रत को अत्यंत फलदायी बनाता है।
पूजन का शुभ मुहूर्त
करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को होगा शाम 5:56 बजे से रात 7:10 बजे तक। इसी समय महिलाएं करवा माता और भगवान शिव-पार्वती की पूजा कर सकती हैं।
चंद्रोदय का समय
इस बार चंद्रोदय रात 8:17 बजे के आसपास होगा। चांद निकलने के बाद महिलाएं छलनी से चंद्रमा और फिर अपने पति का दर्शन कर अर्घ्य देकर व्रत खोलेंगी।
जानिए करवाचौथ व्रत का महत्व
करवा चौथ का व्रत न केवल पति की दीर्घायु के लिए किया जाता है, बल्कि यह दांपत्य जीवन में प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक भी माना जाता है। कहा जाता है कि श्रद्धा और भक्ति से किया गया यह व्रत जीवन में सौभाग्य को स्थायी बनाता है।
सिमरन बिंजोला








